कहते कहते बात अपनी कह गए |
हम अकेले थे अकेले रह गये ||
चुपके चुपके आइनों की बात सुन |
सिसकियाँ लेते वो आंसू बह गए ||
यादों की बारात अपने साथ थी |
भीड़ में होकर भी तन्हा रह गये ||
टूटते है कैसे लोग दुनियां में |
ठोकरें खाते किनारे कह गए ||
दिल से दिल मिलना तो गुजरी बात है |
हाथ हाथों से मिलाते रह गए ||